मां
मां
रोज सपने में आती हो
लोरी गाती हो
गीत गुनगुनाती हो
कहानियां सुनाती हो
फिर न जाने कहां खो जाती हो
मां
आती तो हो
सपने में ही सही
गाती हो
गुनगुनाती हो
मुझे सोना आजकल बहुत ही अच्छा लगता है
क्योंकि मां से मिलना जो होता है
रात ही क्यों आजकल तो दिन में भी
सोने का मौका निकाल लेती हूं
क्योंकि दिन के सपने सच्चे जो होते हैं
मन का भुलावा है
यह एक छलावा है
फिर भी मैं नींद के आगोश में जाना चाहती हूं
क्योंकि मां तो आयेगी ही
सपने में ही सही
गायेगी, गुनगुनाएगी
सपने में ही सही
सपने सच्चे लगते हैं
सपने अच्छे लगते हैं
मां का साथ हो तो
सपनों की दुनिया भी
अपनी ही लगती है
मां सपने में
बहुत ही प्यारी लगती है
मां
रोज सपने में आती हो
लोरी गाती हो
गीत गुनगुनाती हो
कहानियां सुनाती हो
फिर न जाने कहां खो जाती हो
मां
आती तो हो
सपने में ही सही
गाती हो
गुनगुनाती हो
मुझे सोना आजकल बहुत ही अच्छा लगता है
क्योंकि मां से मिलना जो होता है
रात ही क्यों आजकल तो दिन में भी
सोने का मौका निकाल लेती हूं
क्योंकि दिन के सपने सच्चे जो होते हैं
मन का भुलावा है
यह एक छलावा है
फिर भी मैं नींद के आगोश में जाना चाहती हूं
क्योंकि मां तो आयेगी ही
सपने में ही सही
गायेगी, गुनगुनाएगी
सपने में ही सही
सपने सच्चे लगते हैं
सपने अच्छे लगते हैं
मां का साथ हो तो
सपनों की दुनिया भी
अपनी ही लगती है
मां सपने में
बहुत ही प्यारी लगती है
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteआभार!
मां को गये आज पूरे एक महीने हो गए । मां की याद न जाती है और न जायेगी । जिनकी मां उनके पास हैं वे बड़े भाग्यवान हैं क्योंकि उनके साथ साक्षात भगवान हैं ।
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